Tuesday, April 14, 2020

वर्ण किसे कहते है ?

वर्ण किसे कहते है ? 

वर्ण :- वर्ण उस मूल ध्वनि को कहते है , जिसके खंड या टुकड़े नहीं किये जा सकते है। 
जैसे :- क , ख , च , त  , अ  आदि। 

    वर्णो के भेद :-

वर्णो के मुख्यतः दो भेद है।    1. स्वर वर्ण   2. व्यंजन वर्ण 

स्वर वर्ण :- वैसे वर्ण जो किसी अन्य वर्णो के सहायता के बिना ही उच्चारण किया जा सकता है , स्वर वर्ण कहते है। जैसे :- अ , आ , इ , ई , उ , ऊ , ए , ऐ , ओ , औ  आदि।
जिसका उच्चारण मूलतः कंठ , तालु से होता है।

ये दो प्रकार  होते है :-
(क) मूल स्वर -    अ , इ  ,उ , ओ , आदि।
 (ख) संयुक्त स्वर -ऐ ( अ + ए )  , औ ( अ + ओ )

मूल स्वर के दो भेद होते है। 

ह्रस्व स्वर - जिनके उच्चारण में कम समय लगता है , जैसे अ , इ , उ आदि।

दीर्घ स्वर - वैसे स्वर जिनके उच्चारण में दुगुना समय लगता है , दीर्घ स्वर कहलाता है।
जैसे :- आ , ई , ऊ , ऐ , औ आदि।

हिंदी के लिए प्रयुक्त देवनागरी  लिपी में कूल 52 वर्ण होते है , जिसमे ११ मूल स्वर , 33 मूल व्यंजन 2 उत्क्षित व्यंजन 2 अयोगवाह और 4 संयुक्ताक्षर व्यंजन होते है। 


व्यंजन वर्ण - वैसे वर्ण जिनके उच्चारण में स्वर की सहयता  ली जाती है , जैसे क , ख , च , ज आदि 

इसके तीन भेद होते है -

1 . स्पर्श व्यंजन - स्पर्श व्यंजन में कवर्ग ,  चवर्ग , टवर्ग , तवर्ग और  पवर्ग  होते है।

2 . अंतस्थ व्यंजन - इसमें चार व्यंजन य , र , ल ,व होते है।

3 . उष्म व्यंजन - इसमें भी चार व्यंजन होते है , श , ष , स , और ह होते है।

मात्राएँ - व्यंजन वर्णो के लिए उच्चारण हेतु जिन स्वरमूलक चिन्हो का प्रयोग होता , मात्राएँ कहते है , जो व्यंजनों में लगाकर सार्थक शब्द बनाये जाते है।

अन्य व्यंजन :-
 अनुस्वार-  अं           विसर्ग- ाः           संयुक्त व्यंजन  - दो व्यंजनों को जोड़कर बने वर्ण संयुक्त वर्ण कहते है जैसे :- क + ष = क्ष    
 अनुतान व्यंजन - जिन वर्णो के उच्चारण में सूर अथवा तान के पीछे ध्वनि या सुर होता है।

     स्थान                          वर्ण                                                         नाम 
    कंठ                    अ , आ , क , ख , ग , घ , आदि                       कण्ठ्य वर्ण
   तालु                    इ , ई , च , छ , ज , झ , य , श आदि              तालव्य वर्ण
  मूर्धा                   ऋ , ड , ठ , ड , ढ , ण , र , ष                        मूर्धान्य वर्ण
  दंत                     त , थ , द , ध , न , ल , स                               दंत वर्ण
 ओष्ठ                   ऊ , उ , प , फ , ब , भ , म                           ओष्ठ्य वर्ण
 कंठतालु                ए , ऐ                                                        कंठताल्वय
 कंठोष्ठ                  ओ , औ                                                      कंठस्त
 दन्तोस्ठ                   व                                                             दंतोष्ट
























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