Monday, April 13, 2020

व्याकरण किसे कहते है ? इसका महत्व के बारे बताये |

व्याकरण किसे कहते है ? इसका महत्व के बारे  बताये | 

व्याकरण -व्याकरण उस शास्त्र को कहा जाता है , जिसमे किसी  भाषा के शुद्ध करने वाले नियम बताते है |
किसि भी भाषा के अंग प्रत्यंग का विश्लेषण तथा बिवेचना करे व्याकरण कहलाता है |

व्याकरण जिसके द्वारा किसी भाषा को शुद्ध  रूप में बोलने , लिखने या पढ़ने का निश्चित नियम बताने वाले बिधा को व्याकरण कहते है |

व्याकरण पढ़ना महत्वपूर्ण क्यों है ?
1 . सटीक नियम :- व्याकरण एक ऐसा बिधा जो हमे सटीक नियम बताता है |

2 . विश्लेषन  कर पाना :- जब हम किसी भी विषय की पूरी जानकारी रखते ही तब ही हम उसका पूरा विश्लेषण कर पाते है , और व्याकरण ही हमे किसी भी भाषा की पूरी जानकारी व्याकरण ही देता है |

३. शब्द अनुशासन :- व्याकरण के  ज्ञान  से ही हम शब्दों को अनुशासित रख पाते है व्याकरण के द्वारा ही हम शब्दो का गठन , लिंग निणय  आ दि  अन्य नियम कर पाते है, व्याकरण हमारा शब्द प्रयोग को निर्देशित करता है , व्याकरण हमे सही जानकारी से परिचय करा ता है |


हर भाषा का अपना एक व्याकरण होता है , जिसमे हिंदी , अंग्रेजी संस्कृत आदि शामिल है | 

जानकारों के अनुसार हिंदी व्याकरण का सबसे पुराना ग्रंथ बनारस के दामोदर पंडित दवारा रचित द्विभाषिक ग्रंथ   उक्ति - -वक्ती प्रकरण  को मन माना जाता है | 


1920 ई.में पंडित कामता प्रसाद द्वारा लिखित प्रथम  बार एक  प्रामाणिक एवं  आदर्श  हिंदी  व्याकरण नागरी प्रचारिणी सभा काशी ने प्रकाशित किया। 

स्वंतंत्र भारत  जब भारत में राष्ट्रभाषा के  रूप में हिंदी को लिया गया उसके पश्चात कई महान विद्वान ने व्याकरण के अनेक पुस्तकों को रचना करवा कर  प्रकाशित कराया। 













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